
ढाका । गाजा में इजरायली हमले को लेकर अरब देशों में शांति हैं। लेकिन इस्लामिक देश खूब गुस्से में दिख रहे हैं। भारत के पड़ोसी बांग्लादेश, पाकिस्तान और मालदीव जैसे देशों में इजरायल के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन हो रहा है। मालदीव ने जहां इजरायली नागरिकों के देश में आने पर प्रतिबंध लगा दिया है, जबकि बांग्लादेश में इजरायल के खिलाफ खूब प्रदर्शन हुए हैं। पाकिस्तान यहूदियों के खिलाफ नफरती जहर उगलने के लिए हमेशा तैयार रहता है। बांग्लादेश में पासपोर्ट पर एक नई लाइन को जोड़ा गया है कि यह पासपोर्ट इजरायल को छोड़कर दुनिया के सभी देशों के लिए वैध है। इजरायल और हमास के बीच युद्धविराम समझौता टूटने के बाद शुरू हुए इजरायली हमलों में 1000 से ज्यादा लोग मारे गये हैं। इजरायल का दावा है कि उसकी लड़ाई में करीब 18000 से 20 हजार हमास के लड़ारे मारे गये है। मालदीव की संसद में एक प्रस्ताव पारित कर इजरायली नागरिकों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक द्वीप राष्ट्र ने कहा कि वह फिलिस्तीनी लोगों के साथ “मजबूती से एकजुट है” और गाजा के समर्थन में यह कदम उठा रहा है। मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि यह समर्थन फिलिस्तीनी लोगों के खिलाफ इजरायल द्वारा किए जा रहे अत्याचारों और नरसंहार के लगातार कृत्यों के जवाब में सरकार के मजबूत रुख को दिखाता है। हालांकि संसद की तरफ से जो प्रस्ताव पारित किया गया है, उसमें ये भी कहा गया है कि ये प्रस्ताव उन इजरायली लोगों के खिलाफ लागू नहीं है, जिनके पास दोहरी नागरिकता है। रिपोर्ट के मुताबिक पिछले साल करीब 11000 इजरायलियों ने मालदीव का दौरा किया था। मालदीव अपने रेतीले समुद्र तटों और लक्जरी रिसॉर्ट्स के लिए प्रसिद्ध है। मालदीव पहुंचने वाले कुल पर्यटकों में 0.6 प्रतिशत इजरायली नागरिक थे। हालांकि 2025 के पहले चार महीनों में सिर्फ 528 इजरायली मालदीव आए हैं। यह आंकड़ा 2024 की इसी अवधि की तुलना में 88 प्रतिशत कम है। इजरायल ने भी अपने नागरिकों को तत्काल मालदीव से बाहर निकल जाने को कह दिया है। बांग्लादेश में इजरायल के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किए गये हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, रविवार को गाजा में इजरायली हमला के विरोध में करीब 10 हजार लोग सड़कों पर उतरे थे। राजधानी ढाका में सुहरावर्दी उद्यान में प्रीमियर ढाका विश्वविद्यालय के पास विरोध प्रदर्शन का आयोजन किया गया था। इस दौरान लोग इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के पोस्टर्स फाड़ रहे थे, उनमें आग लगा रहे थे। पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया की बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी और दक्षिणपंथी इस्लामी समूहों और पार्टियों ने रैली को समर्थन दिया था। रिपोर्ट के मुताबिक, बोगरा में प्रदर्शनकारियों ने बाटा शोरूम में तोड़फोड़ की। सिलहट में केएफसी को सबसे ज्यादा नुकसान उठाना पड़ा, जबकि कॉक्स बाजार में प्रदर्शनकारियों ने पिज्जा हट और केएफसी को निशाना बनाया। इसके अलावा बांग्लादेशी पासपोर्ट से इजरायल को बाहर निकाल दिया। यानि अब बांग्लादेश के लोग इजरायल की यात्रा नहीं कर पाएंगे। पाकिस्तान हमेशा से इजरायल के खिलाफ जहर उगलने के लिए मशहूर है। पाकिस्तान में रविवार को कराची के शहरों पर हजारों लोग इजरायल के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के लिए उतरे थे। पाकिस्तान, इजरायल के साथ कोई डिप्लोमेटिक संबंध नहीं रखता है और पाकिस्तानी पासपोर्ट रखने वाले इजरायल की यात्रा नहीं कर सकते हैं। पिछले हफ्ते रावलपिंडी में अमेरिकी फास्टफूड ऑउटलेट पर हमला किया गया था। इस दौरान लोग इजरायल और अमेरिका के खिलाफ गाली गलौच कर रहे थे। वहीं तहरीक-ए-लब्बैक (टीएलपी) के समर्थकों ने रावलपिंडी में एक और फास्ट फूड आउटलेट में तोड़फोड़ की। जबकि कराची में, केएफसी आउटलेट में भीड़ ने तोड़फोड़ की। जिसके बाद 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया।