
मास्को । रूस और यूक्रेन युद्ध तीन साल से चल रहा है। इस बीच इस युद्ध में चीन का एंगल भी सामने आ रहा है। सवाल है कि क्या रूस और चीन मिलकर यूक्रेन को तबाह करने की साजिश रच रहे हैं? यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने चीन पर गंभीर आरोप लगाया है कि वह रूस को हथियार सप्लाई कर रहा है। कीव में जेलेंस्की ने दुनिया को चौंकाते हुए कहा, हमारी खुफिया जानकारी पक्की है कि चीन रूस को बारूद और तोपखाने दे रहा है। उन्होंने अगले हफ्ते और सबूत पेश करने का वादा किया। यह पहली बार है जब यूक्रेन ने साफ कहा कि बीजिंग रूस को हथियार देकर युद्ध में मदद कर रहा है। इससे पहले डोनेट्स्क में यूक्रेन ने रूसी सेना के साथ लड़ रहे दो चीनी नागरिकों, वांग गुआंगजुन और झांग रेनबो को पकड़ा। यह दावा तब आया जब यूक्रेनी सैनिकों ने रूसी सेना के साथ लड़ रहे चीनी नागरिकों को पकड़ा। इन चीनी सैनिकों ने बताया कि उन्हें पैसों का लालच देकर रूस भेजा गया, लेकिन वहां धोखा मिला। जेलेंस्की ने चेतावनी दी कि रूस 20 अप्रैल के ऑर्थोडॉक्स ईस्टर के आसपास बिजली इन्फ्रास्ट्रक्चर पर नए हमले कर सकता है। भारत में रूस के दूतावास ने यूक्रेन में भारतीय कंपनी के गोदाम पर मिसाइल गिरने के मामले में सफाई दी है। आइए देखें रूस-यूक्रेन युद्ध में नया क्या है? जेलेंस्की ने गुरुवार को चेतावनी दी कि 20 अप्रैल से पहले और बाद में यूक्रेन के बिजली ढांचे पर बड़े हमले कर सकता है। खुफिया जानकारी के आधार पर उन्होंने कहा, रूस कुछ खतरनाक प्लान कर रहा है। मार्च में रूस ने अमेरिका के साथ 30 दिन के लिए बिजली ढांचे पर हमले रोकने का वादा किया था, लेकिन यूक्रेन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता हियोर्ही तिखी ने बताया कि रूस ने 30 से ज्यादा बार इस समझौते को तोड़ा। 2024 में रूस ने 13 बड़े ड्रोन और मिसाइल हमले किए, जिससे यूक्रेन को आपातकालीन ब्लैकआउट लागू करने पड़े। गुरुवार को भारत में रूसी दूतावास ने एक बयान जारी किया, जिसमें कहा गया, रूस ने कभी भी नागरिक सुविधाओं को निशाना नहीं बनाया। इसके उलट, यूक्रेन अक्सर नागरिकों को मानव ढाल के रूप में इस्तेमाल करता है।